Shiv Ji Ke 108 Naam

शिव जी के 108 नाम | shiv ji ke 108 naam

Shiv Ji Ke 108 Naam(शिव जी के 108 नाम)

शिवजी के नाम जाप की महिमा

शिवजी, जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, शंकर और कई अन्य नामों से जाना जाता है, हिन्दू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। उनकी उपासना का एक महत्वपूर्ण तरीका है उनके नाम का जाप। शिवजी के नाम का जाप केवल धार्मिक कर्तव्य नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अभ्यास भी है जो आत्मिक उन्नति, मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।

शिवजी के नामों की महिमा

शिवजी के अनेक नाम हैं, जैसे ‘महादेव’, ‘नीलकंठ’, ‘त्रिपुरारी’, ‘गंगाधर’, ‘अर्धनारीश्वर’, और ‘भोलेनाथ’। प्रत्येक नाम उनकी किसी न किसी विशेषता या कथा को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, ‘नीलकंठ’ नाम का संबंध समुद्र मंथन से है, जब शिवजी ने विष का पान किया था और उनका कंठ नीला हो गया था। इन नामों का जाप करते समय भक्त उनकी विभिन्न लीलाओं और गुणों का स्मरण करते हैं, जिससे उनकी भक्ति और भी गहरी हो जाती है।

मानसिक शांति और ध्यान

शिवजी के नाम का जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। जाप करते समय मन एकाग्र होता है और विचारों की अशांति कम होती है। यह ध्यान का एक रूप है जो मानसिक संतुलन और शांति प्रदान करता है। जाप के दौरान उच्चारित होने वाली ध्वनियाँ और मंत्र हमारे मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालते हैं, जिससे तनाव और चिंता में कमी आती है।

आत्मिक उन्नति

शिवजी के नाम का जाप आत्मिक उन्नति के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह आत्मा को पवित्र करता है और ईश्वर के प्रति प्रेम और समर्पण को बढ़ाता है। जब हम शिवजी के नाम का जाप करते हैं, तो हमारे अंदर ईश्वर के प्रति भक्ति और श्रद्धा का संचार होता है, जिससे हम सांसारिक मोह-माया से मुक्त होकर आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर होते हैं।

शारीरिक स्वास्थ्य

शिवजी के नाम का जाप केवल मानसिक और आत्मिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। वैज्ञानिक अनुसंधानों ने सिद्ध किया है कि नियमित जाप करने से हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। जाप करने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है, हृदय की गति स्थिर होती है और मस्तिष्क के तंतुओं में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

सामाजिक और सामुदायिक लाभ

शिवजी के नाम का जाप व्यक्तिगत लाभ के अलावा सामाजिक और सामुदायिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सामूहिक रूप से शिवजी के नाम का जाप करने से सामुदायिक बंधन मजबूत होते हैं और एकता की भावना बढ़ती है। यह समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है।

उपसंहार

शिवजी के नाम का जाप एक अत्यंत सरल और प्रभावी आध्यात्मिक अभ्यास है। यह हमें मानसिक शांति, आत्मिक उन्नति, और शारीरिक स्वास्थ्य प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह हमारे समाज और समुदाय में भी सकारात्मक ऊर्जा और एकता का संचार करता है। इस प्रकार, शिवजी के नाम का जाप न केवल हमारे व्यक्तिगत जीवन में बल्कि समाज में भी व्यापक रूप से लाभकारी है।

हम सभी को अपने दैनिक जीवन में शिवजी के नाम का जाप करना चाहिए और इसकी महिमा का अनुभव करना चाहिए। यह एक ऐसा मार्ग है जो हमें ईश्वर की ओर ले जाता है और हमारे जीवन को सार्थक और समृद्ध बनाता है। शिवजी के नाम का जाप करते हुए हम उनके अनंत गुणों और लीलाओं का स्मरण करते हैं और अपने जीवन में सकारात्मकता और शांति का संचार करते हैं। शिवजी की कृपा से हम सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे। हर हर महादेव!

शिव जी के 108 नाम (Shiv Ji Ke 108 Naam)

1 ॐ स्थिराय नमः। Om Sthiraya Namah।
2 ॐ स्थाणवे नमः। Om Sthanave Namah।
3 ॐ प्रभवे नमः। Om Prabhave Namah।
4 ॐ भीमाय नमः। Om Bhimaya Namah।
5 ॐ प्रवराय नमः। Om Pravaraya Namah।
6 ॐ वरदाय नमः। Om Varadaya Namah।
7 ॐ वराय नमः। Om Varaya Namah।
8 ॐ सर्वात्मने नमः। Om Sarvatmane Namah।
9 ॐ सर्वविख्याताय नमः। Om Sarvavikhyataya Namah।
10 ॐ सर्वस्मै नमः। Om Sarvasmai Namah।


11 ॐ सर्वकराय नमः। Om Sarvakaraya Namah।
12 ॐ भवाय नमः। Om Bhavaya Namah।
13 ॐ जटिने नमः। Om Jatine Namah।
14 ॐ चर्मिणे नमः। Om Charmine Namah।
15 ॐ शिखण्डिने नमः। Om Shikhandine Namah।


16 ॐ सर्वाङ्गाय नमः। Om Sarvangaya Namah।
17 ॐ सर्वभावनाय नमः। Om Sarvabhavanaya Namah।
18 ॐ हराय नमः। Om Haraya Namah।
19 ॐ हरिणाक्षाय नमः। Om Harinakshaya Namah।
20 ॐ सर्वभूतहराय नमः। Om Sarvabhutaharaya Namah।


21 ॐ प्रभवे नमः। Om Prabhave Namah।
22 ॐ प्रवृत्तये नमः। Om Pravrittaye Namah।
23 ॐ निवृत्तये नमः। Om Nivrittaye Namah।
24 ॐ नियताय नमः। Om Niyataya Namah।
25 ॐ शाश्वताय नमः। Om Shashvataya Namah।


26 ॐ ध्रुवाय नमः। Om Dhruvaya Namah।
27 ॐ श्मशानवासिने नमः। Om Shmashanavasine Namah।
28 ॐ भगवते नमः। Om Bhagawate Namah।
29 ॐ खचराय नमः। Om Khacharaya Namah।
30 ॐ गोचराय नमः। Om Gocharaya Namah।


31 ॐ अर्दनाय नमः। Om Ardanaya Namah।
32 ॐ अभिवाद्याय नमः। Om Abhivadyaya Namah।
33 ॐ महाकर्मणे नमः। Om Mahakarmane Namah।
34 ॐ तपस्विने नमः। Om Tapaswine Namah।
35 ॐ भूतभावनाय नमः। Om Bhutabhavanaya Namah।


36 ॐ उन्मत्तवेषप्रच्छन्नाय नमः। Om Unmattaveshaprachchhannaya Namah।
37 ॐ सर्वलोकप्रजापतये नमः। Om Sarvalokaprajapataye Namah।
38 ॐ महारूपाय नमः। Om Maharupaya Namah।
39 ॐ महाकायाय नमः। Om Mahakayaya Namah।
40 ॐ वृषरूपाय नमः। Om Vrisharupaya Namah।


41 ॐ महायशसे नमः। Om Mahayashase Namah।
42 ॐ महात्मने नमः। Om Mahatmane Namah।
43 ॐ सर्वभूतात्मने नमः। Om Sarvabhutatmane Namah।
44 ॐ विश्वरूपाय नमः। Om Vishvarupaya Namah।
45 ॐ महाहनवे नमः। Om Mahahanave Namah।


46 ॐ लोकपालाय नमः। Om Lokapalaya Namah।
47 ॐ अन्तर्हितात्मने नमः। Om Antarhitatmane Namah।
48 ॐ प्रसादाय नमः। Om Prasadaya Namah।
49 ॐ हयगर्दभये नमः। Om Hayagardabhaye Namah।
50 ॐ पवित्राय नमः। Om Pavitraya Namah।


51 ॐ महते नमः। Om Mahate Namah।
52 ॐ नियमाय नमः। Om Niyamaya Namah।
53 ॐ नियमाश्रिताय नमः। Om Niyamashritaya Namah।
54 ॐ सर्वकर्मणे नमः। Om Sarvakarmane Namah।
55 ॐ स्वयम्भूताय नमः। Om Swayambhutaya Namah।


56 ॐ आदये नमः। Om Adaye Namah।
57 ॐ आदिकराय नमः। Om Adikaraya Namah।
58 ॐ निधये नमः। Om Nidhaye Namah।
59 ॐ सहस्राक्षाय नमः। Om Sahasrakshaya Namah।
60 ॐ विशालाक्षाय नमः। Om Vishalakshaya Namah।


61 ॐ सोमाय नमः। Om Somaya Namah।
62 ॐ नक्षत्रसाधकाय नमः। Om Nakshatrasadhakaya Namah।
63 ॐ चन्द्राय नमः। Om Chandraya Namah।
64 ॐ सूर्याय नमः। Om Suryaya Namah।
65 ॐ शनये नमः। Om Shanaye Namah।


66 ॐ केतवे नमः। Om Ketave Namah।
67 ॐ ग्रहाय नमः। Om Grahaya Namah।
68 ॐ ग्रहपतये नमः। Om Grahapataye Namah।
69 ॐ वराय नमः। Om Varaya Namah।
70 ॐ अत्रये नमः। Om Atraye Namah।


71 ॐ अत्र्या नमस्कर्त्रे नमः। Om Atrya Namaskartre Namah।
72 ॐ मृगबाणार्पणाय नमः। Om Mrigabanarpanaya Namah।
73 ॐ अनघाय नमः। Om Anaghaya Namah।
74 ॐ महातपसे नमः। Om Mahatapase Namah।
75 ॐ घोरतपसे नमः। Om Ghoratapase Namah।
76 ॐ अदीनाय नमः। Om Adinaya Namah।
77 ॐ दीनसाधकाय नमः। Om Dinasadhakaya Namah।
78 ॐ संवत्सरकराय नमः। Om Samvatsarakaraya Namah।
79 ॐ मन्त्राय नमः। Om Mantraya Namah।
80 ॐ प्रमाणाय नमः। Om Pramanaya Namah।


81 ॐ परमाय तपसे नमः। Om Paramaya Tapase Namah।
82 ॐ योगिने नमः। Om Yogine Namah।
83 ॐ योज्याय नमः। Om Yojyaya Namah।
84 ॐ महाबीजाय नमः। Om Mahabijaya Namah।
85 ॐ महारेतसे नमः। Om Maharetase Namah।


86 ॐ महाबलाय नमः। Om Mahabalaya Namah।
87 ॐ सुवर्णरेतसे नमः। Om Suvarnaretase Namah।
88 ॐ सर्वज्ञाय नमः। Om Sarvajnaya Namah।
89 ॐ सुबीजाय नमः। Om Subijaya Namah।
90 ॐ बीजवाहनाय नमः। Om Bijavahanaya Namah।


91 ॐ दशबाहवे नमः। Om Dashabahave Namah।
92 ॐ अनिमिषाय नमः। Om Animishaya Namah।
93 ॐ नीलकण्ठाय नमः। Om Nilakanthaya Namah।
94 ॐ उमापतये नमः। Om Umapataye Namah।
95 ॐ विश्वरूपाय नमः। Om Vishvarupaya Namah।


96 ॐ स्वयंश्रेष्ठाय नमः। Om Swayamshreshthaya Namah।
97 ॐ बलवीराय नमः। Om Balaviraya Namah।
98 ॐ अबलोगणाय नमः। Om Abaloganaya Namah।
99 ॐ गणकर्त्रे नमः। Om Ganakartre Namah।
100 ॐ गणपतये नमः। Om Ganapataye Namah।

101 ॐ दिग्वाससे नमः। Om Digvasase Namah।
102 ॐ कामाय नमः। Om Kamaya Namah।
103 ॐ मन्त्रविदे नमः। Om Mantravide Namah।
104 ॐ परममन्त्राय नमः। Om Paramamantraya Namah।
105 ॐ सर्वभावकराय नमः। Om Sarvabhavakaraya Namah।
106 ॐ हराय नमः। Om Haraya Namah।
107 ॐ कमण्डलुधराय नमः। Om Kamandaludharaya Namah।
108 ॐ धन्विने नमः। Om Dhanwine Namah।

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