bajrang bali ki aarti

bajrang bali ki aarti

हनुमान जी शिव जी के 11 वां अवतार शास्त्रों द्वारा कहे गए हैं। शास्त्रों के अनुसार ही ये अभी पृथ्वी पर सशरीर हैं और हमेशा रहेंगे। हनुमान जी की सबसे बड़ी विशेषता उनका श्री राम के प्रति प्रेम और समर्पण है। तुलसी दस जी ने श्री हनुमान जी ,जिन्हे हम बजरंग बलि भी कहते है…

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hanuman aarti marathi

hanuman aarti marathi

hanuman aarti marathi सत्राणें उड्डाणें हुंकार वदनी ।। करि डळमळ भूमंडळ सिंधुजळ गगनी ।। गडबडिलें ब्रम्हांड धाके त्रिभुनवी ।। सुरवर नर निशाचर त्या झाल्या पळणी ।। १ ।। जय देव जय देव जय हनुमंता ।। तुमचेनी प्रसादें न भी कृतांता ।। जय।। धृ ।। दुमदुमली पाताळें उठिला प्रतिशब्द ।। थरथरिला धरणीधर मानीला खेद ।। कडकडिले…

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hanuman ji ki aarti

hanuman ji ki aarti

hanuman ji ki aarti(हनुमान जी की आरती) भारतवर्ष – अध्यात्म का केंद्र प्रारम्भ से ही रहा है। स्थूल रूप में यदि इसे देखेंगे तो शायद कुछ न मिले किन्तु यदि गहराई में जाते जाएँ तो – पूरा पार पाना संभव नहीं है। आकाश अनंत है। हम कितना देख पते हैं ये हमारा सामर्थ्य है.  भारत…

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Ganesh Aarti

Ganesh Aarti

Ganesh Aarti Ganesh Ji Ki Aarti: गणेश जी की आरती जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी। माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा। लड्डुअन का…

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